एआरटीओ कार्यालय पर बिचैलियों ने अवैध दुकाने लगा रखी थी, जो भी व्यक्ति एआरटीओ कार्यालय में लाइसेंस आदि के लिए आता है, उसे यह बिचौलिए बुलाकर अपने झासे में लेते है और ठगी करते हैं, इसी को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने पूरे प्रशासनिक अमले के साथ एआरटीओ कार्यालय पर अचानक छापेमारी की । डीएम को आते देख एआरटीओ कार्यालय के आस-पास अफरा-तफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी कार्य दलालों के माध्यम से न किया जाए, लोगों के कार्य बिना रिश्वत के किए जाएं, दलालों को कार्यालय के आसपास भी आने न दिया जाए।
मंगलवार को जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व नरेन्द्र बहादुर सिंह, एसपी सिटी प्रवीण सिंह चौहान, सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार, सीओ सिटी विनय कुमार द्विवेदी, उपजिलाधिकारी सदर पारसनाथ सहित उप संभागीय परिवहन अधिकारी सोहेल अहमद एवं पुलिस बल के साथ एआरटीओ कार्यालय में औचक छापा मारा तो वहां सक्रिय दलाल दीवार फांदकर व दुकाने खुली व वाहन छोड़कर भागे। डीएम ने दुकानों पर रखे सामान को जब्त कर दलालों पर एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दलालों को दीवार फांदकर भागते देख पुलिस बल को पकड़ने के निर्देश दिए। पुलिस बल ने कुछ दलालों को पकड़ा तो सकपका गए। डीएम ने दलालों को थाने भेजने के निर्देश दिए। पकड़े गए लोगाें में कुछ लोग ऐसे भी थे, जो लाइसेंस बनवाने के लिए आए थे। डीएम ने उनसे कहा कि अपना कार्य सीधा एआरटीओ कार्यालय से करवाएं, किसी दलाल एवं बिचैलिए के चक्कर में न पड़े। कार्यालय में समय पूर्वक लाइसेंस आदि की प्रक्रिया चलती है, दलाल जिसकी मोटी रकम वसूलकर आवेदक को महीनों चक्कर कटवाते हैं। वह कार्य कुछ ही दिनों में पूरा हो जाता है। एआरटीओ कार्यालय में कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार की रिश्वत आदि मांगता है तो इसकी शिकायत उनके कार्यालय में करें। शिकायत पर तत्काल प्रभाव से अमल में लाकर कार्यवाही की जाएगी। उन्होने एआरटीओ को निर्देश दिए कि कार्यालय में कोई भी दलाल नहीं दिखने चाहिए।
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