हाथरस कांड : जिंदा नहीं मुर्दों पर सरकार का हक :आबिद रजा
आज हाथरस कांड पर पूर्व मंत्री आबिद रजा ने एक बयान जारी करके पीड़ित दलित मृतक मनीषा बाल्मीकि को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए कहा यह उत्तर प्रदेश के लिए बेहद शर्मसार करने वाला वाली घटना है। इस घटना की मैं निंदा करता हूं।
उत्तर प्रदेश में इस समय प्रजातंत्र की जगह राजतंत्र कायम हो चुका है मृतक मनीषा के शव को उनके परिजनों को ना देना ,मृतक के अंतिम संस्कार में परिजनों व उसके मां-बाप व भाई को शरीक ना होने देना तमाम संवेदनाओ को शर्मसार करता है तथा प्रदेश सरकार व स्थानीय अधिकारियों की गलतियों को उजागर करता है तथा इस घटना से यह भी साबित होता है अब उत्तर प्रदेश सरकार जिंदा इंसान अपनी जिंदगी कैसे जिएगा उसके साथ साथ सरकार यह भी तय करेगी मृतक का संस्कार कब और कहां तथा किस समय किया जाएगा । इस तरह प्रदेश सरकार का जिंदा लोग नहीं बल्कि मरने वाले इंसानों पर भी हक हो गया । यह सरकार के जुल्म की इंतिहा है
इस समय यूपी सरकार के हालात यह हैं यदि कोई विपक्षी पार्टी के नेता या सामाजिक संगठन सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं या बयान देते हैं तो उन पर लाठीचार्ज किया जाता है। उन पर झूठे मुकदमे लगाकर जेल में डाल दिया जाता है ।
विपक्ष की आवाज को दबाने व कुचलने के लिए सरकार हर हथकंडा इस्तेमाल कर रही है ।
जब सरकार जनता के साथ न्याय नहीं करती है तब विपक्ष ही जनता की आवाज बन कर सड़कों पर उतरता है जब जनता की आवाज उठाने वाले लोगों पर सड़कों पर लाठियां बरसाई जाएंगी उन्हें जेल में डाला जाएगा तब पीड़ित जनता के साथ न्याय नहीं हो सकता। जनता को यह भी सोचना चाहिए इसलिए जनता को भी अपने हितों व अधिकारों के लिए सड़कों पर उतर कर जो उनके लिए (जनता) आवाज उठा रहे हैं । उनका साथ देना चाहिए क्योंकि नेता और जनता एक दूसरे के पूरक हैं ।
मैं एक बार फिर मृतक पीड़ित मनीषा बाल्मीकि को श्रद्धांजलि देते हुए इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ा हूं और अल्लाह ताला से दुआ करता हूं अल्लाह ताला उनको सब्र दे।
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