मुस्लिम महिलाओं को रेप करने को उकसाने वाले बजरंग दास भी क्या सपा में शामिल होंगे?
लखनऊ हर पल - मौजूदा दौर में ज़हर बेखौफ उगलना आम सी बात हो गयी है। ख़ासकर मुस्लिम महिलाओं को जमकर निशाने पर लिया जाता है। कभी सुल्ली ऐप से इंटरनेट चलाने वाली मुस्लिम महिलाओं को तो कभी हिजाब आदि पर विवाद शुरू करके। हद तो तब हो जाती है जब नफरत में डूबे लोग मुस्लिम महिलाओं को रेप करने की बात खुलेआम बोलते हैं।
बतादें कि बीते दिन सीतापुर में खैराबाद स्थित बड़ी संगत के महंत बजरंग मुनि दास का एक वीडियो वायरल हुआ था इसमें वह भीड़ के सामने एक समुदाय की महिलाओं और बेटियों को घर से उठाकर रेप करने की बात कर रहा था। ये टिप्पणी नव संवत्सर के मौके पर निकाले गए जुलूस के दौरान की गई। हालांकि घटना का वीडियो वायरल होने के बाद 2 अप्रैल की घटना की पुलिस ने FIR 8 अप्रैल को दर्ज की थी । यह पहली बार नही है कि किसी ने ऐसे टिप्पणी की हो । एक सप्ताह पहले देश की राजधानी दिल्ली के बुरारी ग्राउंड में लगी हिन्दू महापंचायत में भी मुस्लिम महिलाओं के ऊपर हज़ारो की भीड़ में ऐसे टिप्पणी की गयीं थी।
ऐसा नही हैं कि मुस्लिम महिलाओं के बलात्कार की धमकी देने वालो का सिलसिला अभी शुरू हुआ हो। सुनील सिंह का नाम आपने सुना होगा। हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व अध्यक्ष व एक समय में योगी आदित्यनाथ के करीबी हुआ करने वाले सुनील सिह मुस्लिम लड़कियों को कब्र से निकाल कर बालात्कार करने की बात करते थे। एक के बदले 10 लड़कियों को उठाने की बात व मुस्लिम समुदाय के लोगो का एक विशेष नाम लेकर काटने की बात करते थे। -राम राम चिल्लायेंगे का नारा लगाते थे। उनकी एक वीडियो भी वायरल हुई थी जिसमे वो सभा को संबोधित करते हुए महिलाओं का बलात्कार करने की बात कर रहे थे और मंच पर उस वक़्त के सांसद योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
हद तो तब हुई अपने आप को धर्मनिरपेक्ष बताने वाली समाजवादी पार्टी व उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुस्लिम महिलाओं के बलात्कार की बात करने वाले सुनील सिंह को मालाओं के साथ सपा में शामिल किया था। हम जैसे पत्रकार जो 2022 विधानसभा चुनाव को करीब से देख रहे थे उनके लिए यह साफ था कि इस चुनाव में अखिलेश यादव अपनी हिंदुत्व की छवि बनाना चाहते हैं। उन्होंने जनता में संदेश दिया कि मुसलमानों के मामले में हम बीजेपी से कम नही हैं।
सवाल यह है कि क्या आने वाले समय में महंत बजरंग मुनि दास को भी अखिलेश यादव सपा में शामिल करेंगे ? क्या देश मे कोई सेक्युलर पार्टी नही बची जो समुदाय विशेष की औरतों का रेप करने को कहने वाले सुनील सिंह, बजरंग मुनि जैसे को गलत कहने की हिम्मत रखती हो?
अखिलेश यादव सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं। उनके फेसबुक पर प्रदेश में हो रही हर घटना के ऊपर कुछ टिप्पणी ज़रूर मौजूद रहती है। क्या अखिलेश यादव को लखनऊ से महज 100 किलोमीटर दूर सीतापुर की यह घटना सुनने में नही आई? मैसेज साफ है बजरंग मुनि जैसे लोगो के लिये सपा के दरवाजे खुले हैं।
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